यानिस रित्सोस (1909-1990) यूनान के महान क्रांतिकारी कवि थे।
शायद तुम्हें अब भी अपनी आवाज़ को काबू में रखने की ज़रूरत है; –
कल, परसों, किसी समय,
जब भी झंडों के नीचे और लोग चिल्ला रहे होंगे,
तुम्हें भी चिल्लाना होगा,
मगर ध्यान रहे अपने टोप से अपनी आँखों को ढँक लेना,
अच्छी तरह,
ताकि उन्हें न दिखे कि तुम्हारी आँखें कहाँ देखती हैं,
तब भी जबकि तुम्हें मालूम है कि चिल्लाने वाले
कहीं देखते नहीं।
अंग्रेजी से अनुदित